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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
5. श्री शांतिनाथ भगवान की (मूलनायक के दाएं) श्वेत पाषाण की 10" ऊंची
प्रतिमा है। इस पर सं. 2028 वै. शु. 10 का लेख है। श्री चन्द्रप्रभ भगवान की श्वेत पाषाण की 13" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं.
2020 चैत्र शु. 3 का लेख है। उत्थापित चल प्रतिमाएं व यंत्र धातु की: ___ 1. श्री जिनेश्वर भगवान की 12" ऊंची चतुर्विशंति प्रतिमा है। इस पर दिनांक
15.02.2009 का लेख है। श्री चन्द्रप्रभ भगवान की 8.5" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 2041 फा. वदि
13 का लेख है। 3. श्री सिद्धचक्र यंत्र 5.5"X5" का है।
4. श्री अष्टमंगल यंत्र 6"X3" का है। यहां पर भेंट गढ़ सिवाना लिखा है। ___5. श्री सिद्धचक्र यंत्र गोलाकार 6" का है। कोई लेख नहीं है। सभामण्डप में1. श्री गरूड़ यक्ष की श्वेत पाषाणा की 14" ऊंची प्रतिमा है।
श्री निर्वाणी देवी की श्वेत पाषाण की 15" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 2031 ज्येष्ठ वि 2 का लेख है। श्री पद्मावती देवी की श्वेत पाषण की 13" ऊंची प्रतिमा है। श्री नाकोड़ा भैरव की पीत पाषाण की 11' ऊंची प्रतिमा है। इस पर 30 जून, 2010 का लेख है। क्षेत्रपाल (माणिभद्र) की चार 17", 14", 14", 9" ऊंची प्रतीक मूर्तियां है। मंदिर के बाहर ही शिव मंदिर (सिद्धेश्वर महादेव) का मंदिर है। इस मंदिर की देखरेख समाज की ओर से श्री गुणवंतलाल केशरीमलजी बण्डी द्वाराकीजातीहै। सम्पर्कसूत्र: 9413895200
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