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वेदी पर -:
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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
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श्री आदिनाथ भगवान का मंदिर,
भगवान
श्री आदिनाथ (मूलनायक ) श्याम पाषाण की 29" ऊंची प्रतिमा है। इस पर संवत् 1940 माघ सुदि पांचम का लेख है।
श्री अभिनन्दन भगवान (मूलनायक के दाएं) श्वेत पाषाण की 21" ऊंची प्रतिमा
। इस पर सं. 1931 शाके 1796 का लेख है।
चन्द्र प्रभ
भगवान
श्री (मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण की 23" ऊंची प्रतिमा
है। इस पर सं. 1940 शाके 1805 का लेख है।
प्रतापगढ़
यह शिखरबंद मंदिर नगर के सदर बाजार में स्थित है। मंदिर को समाज द्वारा सं. 1940 में बनवाया। अतः मंदिर 125 वर्ष प्राचीन है। वर्तमान में इसका जिर्णोद्धार कार्य चल रहा है। यह मंदिर पोरवाल समाज से सम्बन्धित है।
इस मंदिर में निम्न प्रतिमाएँ स्थापित हैं :
For Pery
Romant BARAMAJUM
"
श्री सुपार्श्वनाथ भगवान की श्वेत पाषाण की 11 ऊंची प्रतिमा है। इस पर
अस्पष्ट लेख है।
श्री जिनेश्वर भगवान की श्याम पाषाण की 3.5" ऊंची प्रतिमा है।
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