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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
2. श्री गौतम स्वामी की श्वेत पाषाण की 21" ऊंची प्रतिमा है इस पर सं. 2028
श्रावण शु. 3 का लेख है। श्री पार्श्वनाथ भगवान की 28" ऊंची खड़ी प्रतिमा है। इस पर सं. 2022 का लेख है। श्री आदीश्वर भगवान की श्वेत पाषाण की 27" ऊंची प्रतिमा है। इस पर कोई लेख नहीं है। श्री पार्श्वनाथ (अमीझरा) की श्वेत पाषाण की 15" ऊंची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2051 का लेख है। श्री जगवल्लभ – पार्श्वनाथ की श्वेत पाषाण की 17" ऊंची प्रतिमा है। इस पर संवत् अस्पष्ट है।
श्री शत्रुजय व नेमिनाथ भगवान की बारात के पट्ट है। सीढ़ीये चढ़ते समय आलिए में :
1. श्री घंटाकर्ण महावीर की श्वेत पाषाण की 17" ऊंची प्रतिमा है। 2. श्री नाकोड़ा भैरव की श्वेत पाषाण की 15" ऊंची प्रतिमा है।
क्षेत्रपाल की प्रतिक मूर्ति 15", 9" की स्थापित है। मंदिर में प्रवेश द्वार के सम्मुख (भूतल पर)
श्री नाकोड़ा भैरव की श्वेत पाषाण की 27" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 2028 का लेख है। मंदिर के साथ प्रवचन हॉल उपाश्रय है। समाज की ओर से मंदिर की देखरेख श्रीधनपाल जी हड़पावत्व मानमलजी माण्डावत द्वाराकीजातीहै। सम्पर्कसूत्र-01478-222275
सामने वाले को संतोष देना ही 'व्यवहार'
कहलाता है।
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