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________________ यह शिखरबंद मंदिर चित्तौड़ से 40 किलोमीटर व निम्बाहेड़ा से 25 किलोमीटर दूर ग्राम के मध्य में स्थित है। कहा जाता है कि मंदिर 400 वर्ष प्राचीन छाजेड़ परिवार द्वारा निर्मित है । उल्लेखानुसार पूर्व में यह शांतिनाथ भगवान का मंदिर था । मंदिर में निम्न प्रतिमाएँ स्थापित है : 1. 2. 3. 2. श्री महावीर भगवान का मंदिर, कानेरा (घाटा) Jain Eucation International उत्थापित चल प्रतिमाएँ व यंत्र धातु की : 1. श्री मुनिसुव्रत भगवान (पार्श्वनाथ भगवान) की श्याम पाषाण की 11" ऊँची प्रतिमा है। इस पर सं. 1864 का लेख है। की श्री महावीर भगवान · (मूलनायक ) श्वेत पाषाण की 16" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 1903 माघ सुदि 5 का लेख है । श्री शांतिनाथ भगवान की (मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण की 10 ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 1548 माघ सुदि 5 का लेख है। पूर्व में यह प्रतिमा मूलनायक के रूप में विराजित थी । शांतिनाथ भगवान की 11" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2045 वैशाख सुदि 5 का लेख है । मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2 श्री सम्भवनाथ भगवान की 9" ऊँची प्रतिमा है। इस पर सं. 2044 का लेख है। For Personal 1699 Use Only श्री जैन श्वेताम्बर मन्दिर www.jainelibrary.org
SR No.004220
Book TitleMewar ke Jain Tirth Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Bolya
PublisherAthwa Lines Jain Sangh
Publication Year2011
Total Pages304
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size41 MB
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