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________________ 55 53. 54. 55. 56. 57. 58. 59. मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2 Jain Education International जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्री संघेन स्व. श्रेयसे - श्री दक्षसूरीश्वर आचार्य सुशीलसुरीश्वर सदुपदेशन श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ जिन बिंब करापिंत प्रतिष्ठितं श्री मनमोहन पार्श्वनाथ की श्वेत पाषाण की 23" ऊँची प्रतिमा है । इस पर लेख है - सादड़ी निवासी गुर्जर गौत्री प्रागवाट श्री धनराज पार्श्वनाथ जिन मिंद मुनि भूषण श्री वल्लभदत्त विजय सदुपदेशन करापिंत प्रतिष्ठित च तपा. श्री अवन्ती पार्श्वनाथ भगवान की श्वेत पाषाण की 23" ऊँची प्रतिमा है । इस पर लेख है करेड़ा तीर्थ उदयपुर निवासी ओसवाल श्रेष्ठि श्री भंवरलाल मेहत्ता श्रेयसे तद् धर्मपत्नी सुन्दरबाई श्राविकया पुत्र एवन्तीलाल पौत्र सुरेन्द्रसिंह, गिरिशकुमार अंतरिक्ष पार्श्वनाथ की श्वेत पाषाण की 23" ऊँची प्रतिमा है। इस पर लेख है - करेड़ा तीर्थ श्रेष्ठिना श्री रामचन्दजी द्वारा श्री चन्द्रप्रभ जैन भक्ति मण्डलेन श्री अन्तरिक्ष पार्श्वनाथ जिन मिंद कारापिंत प्रतिष्ठित श्री भीड़भंजन पार्श्वनाथ भगवान की श्वेत पाषाण की 23" ऊँची प्रतिमा है। इस पर लेख है- करेड़ा तीर्थ कवराल निवासी श्री प्रागवाट संघवी श्रेष्ठि श्री चुन्नीलाल मनरूपेण तद्धर्म पल्या श्रीमति शांताबाई - सहिबेन स्वश्रेयसे साध्वी श्री सिद्ध शिवश्री सदुपदेशन कारापिंत प्रतिष्ठित श्री कापरड़ा पार्श्वनाथ भगवान की श्वेत पाषाण की 23" ऊँची प्रतिमा है । इस पर लेख है करेड़ा तीर्थ सादड़ी निवासी प्रागवाट श्रेष्ठि श्री मांगीलालजी सुपुत्र अशोककुमार सहितेन स्थापित श्री सागरमल वरदीचन्द - - कापरड़ा पार्श्वनाथ - श्री सविना पार्श्वनाथ भगवान की श्वेत पाषाण की 23" ऊँची प्रतिमा है । इस पर लेख है - करेड़ा तीर्थ उदयपुर निवासी श्रेष्ठि श्री अम्बालाल दोशी श्रेयसे तद् धर्मपत्नी जीतबाई स्वसुत तेजसिंह तद्धर्म पत्नी श्रीमती कैलाश- - सविन पार्श्वनाथ श्री कल्याण पार्श्वनाथ भगवान की श्वेत पाषाण की 23" ऊँची प्रतिमा है । इस पर लेख है उदयपुर निवासी ओसवाल जातीय स्वजनक श्री मोतीलाल स्वबन्धु सोहनलालस्य च श्रेयसे श्री किशनलाल, मनोहरलालस्य For ar 146 Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004220
Book TitleMewar ke Jain Tirth Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Bolya
PublisherAthwa Lines Jain Sangh
Publication Year2011
Total Pages304
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size41 MB
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