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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
3. श्री आदिनाथ भगवान की (मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण की 10" ऊँची
प्रतिमा है। इस पर संवत् 2049 का लेख है। श्री जिनेश्वर भगवान की श्याम पाषाण की 9" ऊँची प्रतिमा है। इस पर
कोई लेख नहीं है। 5. श्री पार्श्वनाथ भगवान की श्याम पाषाण की 7" ऊँची पंचतीर्थी प्रतिमा
स्थापित है। कोई लेख नहीं है। उत्थापित प्रतिमाएँ व यंत्र धातु की: ___ 1. श्री शांतिनाथ भगवान की 9" ऊँची प्रतिमा हैं। इस पर संवत् 2028 वै000
6 का लेख है। 2. श्री सिद्धचक्र यंत्र 6.5'' का गोलाकार है। इस पर संवत् 2040 माघ कृष्णा
प्रतिपदा का लेख है। संवत् 1147 की धातु की प्रतिमा होने का उल्लेख है लेकिन वर्तमान में नहीं
है। बाहर आलिओं में (सभामण्डप में): 1. श्री धरणेन्द्र की श्वेत पाषाण की 11" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2050
का लेख हैं। 2. श्री नाकोड़ा भैरव की पीत पाषाण की 13" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत्
2050 का लेख हैं। श्री पद्मावती देवी की श्वेत पाषाण की 11" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2050 का लेख है। उक्त तीनों प्रतिमाएँ श्री जितेन्द्र सूरिजी द्वारा प्रतिष्ठित
4.
श्री चक्रेश्वरी देवी की 9" ऊँची प्राचीन प्रतिमा है। इस पर कोई लेख नहीं
है।
शिखर में तीन मंगल मूर्तियां स्थापित हैं ।
बाहर:
___ 1.
2.
श्री गणेश जी की श्वेत पाषाण की 9" ऊँची प्रतिमा है। श्री भैरव की श्वेत पाषाण की 13'' ऊँची प्राचीन प्रतिमा है।
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