________________
15. अपभ्रंश भाषा में निम्न विविध अव्ययों का भी प्रयोग किया जाता है।
1. किर = निश्चय ही 2. अहवइ = अथवा 3. दिवे = दिन/दिवस 4. सहुं = साथ में 5. नाहिं = नहीं
16. अपभ्रंश भाषा में निम्न विविध अव्ययों का भी प्रयोग किया जाता है।
1. पच्छइ = पीछे/बादे में 2. एम्वइ = ऐसा ही/ इस प्रकार का ही 3. जि = ही, निश्चय ही 4. एम्वहिं = इसी समय में/अभी 5. पच्चलिउ = वैपरीत्य/उल्टापना 6. एत्तहे = इस तरफ/इधर/एक ओर
17.
अपभ्रंश भाषा में घई और खाइ आदि ऐसे अनेक अव्यय प्रयुक्त होते हैं जिनका कोई अर्थ नहीं होता है अर्थात् वाक्यालंकार के रूप में इन अव्ययों का प्रयोग किया जाता है।
18. , अपभ्रंश भाषा में के लिये' इस अर्थ के लिए निम्न अव्ययों का
प्रयोग किया जाता है। केहिं/तेहिं/रेसि/रेसिं/तणेण = के लिए
अपभ्रंश-हिन्दी-व्याकरण
(81)
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org