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अकारान्त (पु.,नपुं.) पंचमी बहुवचन 5/2 अपभ्रंश भाषा में अकारान्त पुल्लिंग और नपुंसकलिंग संज्ञा शब्दों के पंचमी विभक्ति बहुवचन में हुँ' प्रत्यय जोड़ा जाता है। जैसेदेव (पु.) (देव+हुं) = देवहुं (पंचमी बहुवचन) कमल (नपुं.)(कमल+हुं) = कमलहुं (पंचमी बहुवचन)
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अकारान्त (पु.,नपुं.) षष्ठी एकवचन 6/1 अपभ्रंश भाषा में अकारान्त पुल्लिंग और नपुंसकलिंग संज्ञा शब्दों के षष्ठी विभक्ति एकवचन में 'सु', 'हो' और 'स्सु' प्रत्यय जोड़े जाते हैं। जैसेदेव (पु.) (देव+सु) = देवसु (षष्ठी एकवचन)
(देव+हो) = देवहो (षष्ठी एकवचन)
(देव+स्सु) = देवस्सु (षष्ठी एकवचन) कमल (नपुं.) (कमल+सु) = कमलसु (षष्ठी एकवचन)
(कमल+हो) = कमलहो (षष्ठी एकवचन) (कमल+स्सु) = कमलस्सु (षष्ठी एकवचन)
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अकारान्त (पु.,नपुं.) षष्ठी बहुवचन 6/2 . अपभ्रंश भाषा में अकारान्त पुल्लिंग और नपुंसकलिंग संज्ञा शब्दों के
षष्ठी विभक्ति बहुवचन में 'हे' प्रत्यय जोड़ा जाता है। जैसेदेव (पु.) (देव+हं) = देवहं (षष्ठी बहुवचन) कमल (नपुं.)(कमल+हैं) = कमलहं (षष्ठी बहुवचन)
अपभ्रंश-हिन्दी-व्याकरण
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