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31. तीरइ = तैरा जाता है, पार पाया जाता है। 32. जीरइ = जीर्ण हुआ जाता है। 33. विढप्पड़ = उपार्जन किया जाता है। 34. णव्वइ = जाना जाता है। 35. णज्जइ = जाना जाता है। 36. वाहिप्पइ = कहा जाता है, बोला जाता है, आह्वान किया जाता है। 37. आढप्पइ = आरंभ किया जाता है। 38. सिप्पइ = स्नेह किया जाता है। 39. सिप्पड़ = सींचा जाता है। 40. घेप्पइ = ग्रहण किया जाता है। 41. छिप्पड़ = स्पर्श किया जाता है।
भविष्यत्काल अन्य पुरुष एकवचन 1. चिव्विहिइ = इक्ट्ठा किया जायेगा। 2. जिविहिइ = जीता जावेगा। 3. सुविहिइ = सुना जायेगा। 4. हुविहिइ = हवन किया जायेगा। 5. थुविहिइ = स्तुति किया जायेगा। 6. लुव्विहिइ = काटा जायेगा। 7. पुविहिइ = पवित्र किया जायेगा। 8. धुव्विहिइ = कंपा जायेगा। 9. चिम्मिहिइ = इकट्ठा किया जायेगा। 10. हम्मिहिइ = मारा जायेगा। 11. खम्मिहिइ = खोदा जायेगा। 12. दुब्भिहिइ = दूहा जायेगा।
प्राकृत-हिन्दी-व्याकरण (भाग-2)
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