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________________ प्राकृत भाषा में अस अकारान्त क्रिया के वर्तमानकाल के मध्यम पुरुष एकवचन में 'सि' प्रत्यय भी होता है। जैसेसि = (तुम) होते हो/होती हो। (व.म.पु.एक.) ------------------ प्राकृत भाषा में अस अकारान्त क्रिया के वर्तमानकाल के उत्तम पुरुष एकवचन में विकल्प से 'म्हि' प्रत्यय भी होता है। जैसेम्हि = (मैं) होता हूँ/होती हूँ। (व.उ.पु.एक.) अन्य रूप - अत्थि प्राकृत भाषा में अस अकारान्त क्रिया के वर्तमानकाल के उत्तम पुरुष बहुवचन में विकल्प से 'म्हो और म्ह' प्रत्यय भी होते हैं। जैसेम्हो = (हम दोनों/हम सब) होते हैं/होती हैं। (व.उ.पु.बहु.) म्ह = (हम दोनों/हम सब) होते हैं/होती हैं। (व.उ.पु.बहु.) , अन्य रूप - अत्थि --------------------------------- --------- 10. प्राकृत भाषा में अस अकारान्त क्रिया के वर्तमानकाल के उत्तम पुरुष, मध्यम पुरुष तथा अन्य पुरुष एकवचन व बहुवचन में ‘अत्थि' होता है। जैसे अस (होना) (वर्तमानकाल) पुरुष एकवचन . बहुवचन उत्तम अत्थि अत्थि मध्यम अत्थि अत्थि अन्य अत्थि अत्थि - - - - - - - - - प्राकृत-हिन्दी-व्याकरण (भाग-2) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004205
Book TitlePrakrit Hindi Vyakaran Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani, Shakuntala Jain
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year2013
Total Pages150
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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