________________
श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ साहित्य रत्न माला का १२२ वाँ रत्न
श्री उपासकदशांग सूत्र
(शुद्ध मूल पाठ, कठिन शब्दार्थ, भावार्थ एवं विवेचन सहित)
Jain Education International
सम्पादक
नेमीचन्द बांठिया पारसमल चण्डालिया
- प्रकाशक
श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ, जोधपुर
शाखा - नेहरू गेट बाहर, ब्यावर - ३०५६०१
: (०१४६२) २५१२१६, २५७६६६
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org