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श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ साहित्य रत्न माला का ११४ वा रत्न
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विपाक सूत्र
(शुद्ध मूल पाठ, कठिन शब्दार्थ, भावार्थ एवं विवेचन सहित)
सम्पादक नेमीचन्द बांठिया पारसमल चण्डालिया
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-प्रकाशक श्री. अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ, जोधपुर .. शाखा-नेहरू गेट बाहर, ब्यावर-३०५९०१
2 : (०१४६२) २५१२१६, २५७६६६
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