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________________ ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र भाग १ विषयानुक्रमणिका क्रं. विषय पृष्ठ | क्रं. विषय उत्क्षिप्तज्ञातनामकप्रथम अध्ययन १९. अभय द्वारा दोहद पूर्ति का आश्वासन ७१ १. आर्य सुधर्मा 6 | २०. दोहद पूर्ति हेतु देवाराधना २. आर्य जम्बू १३ | २१. देव का प्राकट्य . ३. जंबूस्वामी की जिज्ञासा १६ | २२. विक्रियाजनित मेघों का प्रादुर्भाव । ४. सुधर्मा स्वामी द्वारा समाधान १८ | २३. दोहद की संपन्नता ५. पुनः पृच्छा २० | २४. देव को विदाई ६. प्रथम अध्ययन का प्रारम्भ २१ | २५. गर्भ की सुरक्षा . ७. महारानी धारिणी २४ | २६. मेघकुमार का जन्म . ८. स्वप्नदर्शन २४ | २७. जन्मोत्सव . ६. राजा श्रेणिक से स्वप्न निवेदन ३० | २८. नवजात शिशु के संस्कार १०. स्वप्न फल संसूचन २६. नामकरण ११. महारानी का चिंतन ३७ | ३०. बालक का लालन पालन १२. श्रेणिक का उपस्थानशाला में आगमन ३७ | ३१. विविध कलाओं की शिक्षा १३. स्वप्न पाठकों का फलादेश ५१ / ३२. बहत्तर कलाओं के नाम १४. धारिणी देवी का दोहद . ५५ | ३३. कलाचार्य का सम्मान १५. दोहद पूर्ति की चिंता ६२ | ३४. विवाह-संस्कार १६. दोहद पूर्ति की उत्कंठा ६६ | ३५. आठ कन्याओं के साथ पाणिग्रहण १०२ १७. राजा द्वारा सांत्वना ६७ | ३६. स्नेहोपहार १०३ १८. राजकुमार अभय का आगमन ६८ | ३७. भ० महावीर स्वामी का पदार्पण १०४ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004196
Book TitleGnata Dharmkathanga Sutra Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2006
Total Pages466
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_gyatadharmkatha
File Size9 MB
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