________________
विषयानुक्रमणिका जीवाजीवाभिगम सूत्र भाग १
क्रमांक . विषय पृष्ठ संख्या क्रमांक विषय पृष्ठ संख्या द्विविधाख्या प्रथम प्रतिपत्ति
१४. दर्शन द्वार
१५. ज्ञान द्वार १. प्रस्तावना
१६.योग द्वार २. जीवाजीवाभिगम का स्वरूप
१७. उपयोग द्वार ३. अजीवाभिगम का स्वरूप
१८. आहार द्वार ४. जीवाभिगम का स्वरूप
१९. उपपात द्वार
२०.स्थिति द्वार ५. . असंसार समापन्नक जीवाभिगम
२१.समवहत असमवहत द्वार . ६.. संसार समापनक जीवाभिगम . १२
२२.च्यवन द्वार ७. संसारी जीवों के दो भेद
२३.गति आगति द्वार ८. स्थावर के भेद
१४/१०. बादर पृथ्वीकायिक जीवों का वर्णन ९. सक्ष्म पृथ्वीकायिक के २३ द्वारों का निरूपण|११. अपकायिक जीवों का वर्णन १. शरीर द्वार
१२. वनस्पतिकायिक जीवों का वर्णन . २.अवगाहना द्वार
१३. त्रस के भेद ३.संहनन द्वार
१४. तेजस्कायिक जीवों का वर्णन ४.संस्थान द्वार ५.कषाय द्वार .
१५. वायुकायिक जीवों का वर्णन ६.संज्ञा द्वार
|१६. औदारिक त्रस के भेद ७. लेश्या द्वार
|१७. बेइन्द्रिय जीवों का वर्णन ८. इन्द्रिय द्वार २२/१८. तेइन्द्रिय जीवों का वर्णन
६३ ९.समुद्यात द्वार २३/१९. चउरिन्द्रिय जीवों का वर्णन
६४ १०.संज्ञी द्वार . ११. वेद द्वार
२०. पंचेन्द्रिय जीवों का वर्णन · ६५-१०५ १२. पर्याप्ति द्वार
१. नैरयिक जीवों का वर्णन ६५-७० १३. दृष्टि द्वार
२.तिथंच पंचेन्द्रिय जीवों का वर्णन ७-९१
* * * * * * * * * * * * *
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org