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चन्द्रप्रज्ञप्ति सूत्र
विसेसे ? ता सत्तट्ठिभागे विसेसेद्द, ता जया णं सूरं गइसमावण्णं णवत्ते गइसमावण्णे भवइ से णं गइमायाए केवइयं विसेसेइ ? ता पंचभागे विसेसेद्द, ता जया णं चंदं गइसमावण्णं अभी ईणक्खत्ते गइसमावण्णे पुरथिमाए भागाए समासादेद्द पुरत्थिमाए भागाए समासादित्ता णव मुहुत्ते सत्तावीसं च सत्तट्ठिभागे मुहुत्तस्स चंदेण सद्धिं जोयं जोएइ जोयं जोएत्ता जोयं अणुपरियइ जोयं अणुपरियट्टित्ता विप्पजहइ २ त्ता विगयजोई यावि भवद्द, ता जया णं चंदं गइसमावण्णं सवणे णक्खत्ते गइसमावण्णे पुरत्थिमाए भागाए समासादेद्द पुरत्थिमाए भागाए समासादेत्ता तीसं मुहुत्ते चंदे सद्धिं जोयं जोएइ २ त्ता जोयं अणुपरियद्दइ जो० २ त्ता विप्पजह इ० विगयजोई यावि भवद्द,एवं एएणं अभिलावेणं णेयव्वं, पण्णरसमुहुत्ताइं तीसइमुहुत्ताई पणयालीस मुहुत्ताई भाणियव्वाई जाव उत्तरासादा० । ता जया णं चंदं गइसमादण्णं गहे गइसमावण्णे पुरत्थिमाए भागाए समासादेइ पुर० २ त्ता चंदेणं सद्धिं जोगं जुंजइ २ त्ता जोगं अणुपरियदृइ २ त्ता विप्पजहइ० विगयजोई यावि भवइ । ता जया
सूरं गइसमांवणं अभीईणक्खत्ते गइसमावण्णे पुरत्थिमाए भागाए समासादेइ पुर० २ त्ता चत्तारि अहोरत्ते छच्च मुहुत्ते सूरेण सद्धिं जोयं जोएइ २ त्ता जोयं अणुपरियइ २ त्ता विप्पजहइ ० २ त्ता विगयजोई यावि भवइ, एवं अहोरत्ता छ एव.र्व. सं मुहुत्ताय तेरस अहोरत्ता बारस मुहुत्ता य वीसं अहोरता तिष्णि मुहुत्ता य सव्वे भाणियव्वा जाव जया णं सूरं गइसमावण्णं उत्तरासादाणक्खत्ते गइसमावण्णे पुरस्थि - माए भागाए समासादेइ पुर० २ त्तावीसं अहोरत्ते तिष्णि य मुहुत्ते सूरेण सद्धिं जोयं जोएइ जोयं जोएत्ता जोयं अणुपरियडइ जो० जोएइ रत्ता विप्पजहइ २त्ता विगयजोई यावि भवइ, ता जया णं सूरं गैइसमावण्णं णक्खत्ते गइसमावण्णे पुरन्थिमाए भागा ए समासादेइ पु०२ त्ता सूरेण सद्धिं जोयं जुंजइ २त्ता जोयं अणुपरियहइ २ ता जाव विगयजोई यावि भवइ ॥ ८२ ॥ ता णक्खत्तेणं मासेणं चंदे कइ मंडलाई चरद्द ? ता तेरस मंडलाई चरइ तेरस य सत्तट्ठिभागे मंडलम्स, ता णक्खत्तेणं मासेणं सूरे कइ मंडलाई चरइ ? तां तेरस मंडलाई चरइ चोत्तालीसं च सत्तट्ठिभागे मंडलस्स, ता णक्खत्तेणं मासेणं णक्खत्ते कह मंडलाई चरइ ? ता तेरस मंडलाई चरह अद्धसीयालीसं च सत्तद्विभागे मंडलस्स, ता चंदेणं मासेणं चंदे कइ मंडलाई चरइ ? ता चोद्दस चउभागाइं मंडलाई चरइ एगं च चउव्वीससयभागं मंडलस्स, ता चंद्रेणं मासेणं सूरे कइ मंडलाई चरइ ? ता पण्णरस चउभागूणाई मंडलाई चरइ एगं च
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