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________________ ५८ श्री स्थानांग सूत्र 000000000000000000000000000000000000000000000000000 पण्णत्ते तंजहा - पडिवाई चेव, अपडिवाई चेव। वीयरागसंजमे दुविहे पण्णत्ते तंजहाउवसंतकसाय वीयरागसंजमे चेव, खीणकसाय वीयरागसंजमे चेव। उवसंतकसाय वीयरागसंजमे दुविहे पण्णत्ते तंजहा - पढमसमय उवसंतकसाय वीयरागसंजमे चेव, अपढमसमय उवसंतकसाय वीयरागसंजमे चेव। अहवा चरमसमय उवसंत कसाय वीयरागसंजमे चेव, अचरमसमय उवसंत कसाय वीयरागसंजमे चेव। खीणकसायवीयराग संजमे दुविहे पण्णत्ते तंजहा - छउमत्थखीणकसाय वीयराग संजमे चेव, केवलिखीणकसाय वीयराग संजमे चेव। छउमत्थखीणकसाय वीयराग संजमे दुविहे पण्णत्ते तंजहा - सयंबुद्ध छउमत्थखीणकसाय वीयरागसंजमे चेव, बुद्धबोहिय छउमत्थखीणकसाय वीयराग संजमे चेव। सयंबुद्ध छउमत्थखीणकसाय वीयराग संजमे दुविहे पण्णत्ते तंजहा - पढमसमय सयंबुद्ध छउमत्थखीणकसाय वीयराग संजमे चेव, अपढमसमय सयंबुद्ध छउमत्थखीणकसाय वीयराग संजमे चेव। अहवा चरमसमय सयंबुद्ध छउमत्थखीणकसाय वीयराग संजमे चेव, अचरमसमय सयंबुद्ध छउमत्थखीणकसाय वीयराग संजमे चेव। बुद्धबोहिय छउमत्थखीणकसाय वीयराग संजमे दुविहे पण्णत्ते तंजहा - पढमसमय बुद्धबोहिय छउमत्थखीणकसाय वीयरागसंजमे, अपढमसमय बुद्धबोहिय छउमत्थखीणकसाय वीयराग संजमे। अहवा चरमसमय बुद्धबोहिय छउमत्थखीण कसाय वीयराग संजमे, अचरमसमय बुद्धबोहिय छउमत्थखीण कसाय वीयराग संजमे। केवलिखीणकसाय वीयराग संजमे दुविहे पण्णत्ते तंजहा - सजोगिकेवलिखीणकसाय वीयराग संजमे, अजोगिकेवलिखीणकसाय वीयराग संजमे। सजोगिकेवलि खीणकसाय वीयराग संजमे दुविहे पण्णत्ते तंजहा - पढमसमय सजोगिकेवलि खीणकसाय वीयराग संजमे, अपढमसमय सजोगिके वलिखीणक साय वीयराग संजमे। अहवा चरमसमय सजोगिकेवलिखीणकसाय वीयराग संजमे, अचरमसमय सजोगिकेवलि खीणकसाय वीयराग संजमे। अजोगिकेवलि खीणकसाय वीयराग संजमे दुविहे पण्णत्ते तंजहा- पढमसमय अजोगिकेवलि खीणकसाय वीयराग संजमे, अपढमसमय अजोगिकेवलि खीणकसाय वीयराग संजमे। अहवा चरमसमय अजोगिकेवलि खीणकसाय वीयराग संजमे, अचरमसमय अजोगिकेवलि खीणकसाय धीयराण संजमे ॥ २२॥ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004186
Book TitleSthananga Sutra Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2008
Total Pages474
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_sthanang
File Size10 MB
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