________________
४०४
श्री स्थानांग सूत्र 000000000000000000000000000000000000000000000000000. वणसरोही वि, एगे णो वणकरे णो वणसरोही । चत्तारि वणा पण्णत्ता तंजहा - अंतोसल्ले णाममेगे णो बाहिंसल्ले, बाहिंसल्ले णाममेगे णो अंतोसल्ले, एगे अंतोसल्ले वि बाहिंसल्ले वि, एगे णो अंतोसल्ले णो बाहिंसल्ले । एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता तंजहा - अंतोसल्ले णाममेगे णो बाहिंसल्ले चउभंगो । चत्तारि वणा पण्णत्ता तंजहा - अंतो दुढे णाममेगे णो बाहिंदुढे, बाहिंदुढे णाममेगे णो अंतोदुढे, एगे अंतोदुढे वि बाहिंदुढे वि, एगे णो अंतोदुढे णो बाहिंदुढे । एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता तंजहा - अंतोदुढे णाममेगे णो बाहिंदुढे चउब्भंगो । चत्तारि -पुरिसजाया पण्णत्ता तंजहा - सेयंसे णाममेगे सेयंसे, पावंसे णाममेगे पावंसे । चत्तारि परिसजाया पण्णत्ता तंजहा - सेयंसे णाममेगे सेयंसे त्ति सालिसए, सेयंसे णाममेगे पावंसे त्ति सालिसए, पावंसे णाममेगे सेयंसे त्ति सालिसए, पावंसे णाममेगे पावंसे त्ति सालिसए । चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता तंजहा - सेयंसे णाममेगे सेयंसे त्ति मण्णइ, सेयंसे णाममेगे पावंसे त्ति मण्णइ, पावंसे णाममेगे सेयंसे त्ति मण्णइ पावंसे णाममगे पावंसे त्ति मण्णइ । चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता तंजहा - सेयंसे णाममेगे सेयंसे त्ति सालिसए मण्णइ, सेयंसे णाममेगे पावंसे त्ति सालिसए मण्णइ, पावसे णाममेगे सेयंसे त्ति सालिसए मण्णइ, पावंसे णाममेगे पावंसेत्ति सालिसए मण्णइ। ___चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता तंजहा - आघवइत्ता णाममेगे णो परिभावइत्ता, परिभावइत्ता णाममेगे णो आघवइत्ता, एगे आघवइत्ता वि परिभावइत्ता वि, एगे णो आघवइत्ता णो परिभावइत्ता । चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता तंजहा - आघवइत्ता णाममेगे णो उंछजीविसंपण्णे, उंछजीविसंपण्णे णाममेगे णो आधवइत्ता, एगे आघवइत्ता वि उंछजीविसंपण्णे वि, एगे णो आघवइत्ता णो उंछजीविसंपण्णे । चउव्विहा रुक्खविगुव्वणा पण्णत्ता तंजहा - पवालत्ताए, पत्तत्ताए, पुष्फत्ताए, फलत्ताए॥१८५॥ ___ कठिन शब्दार्थ - वाही - व्याधि, वाइए - वातिक-वात सम्बन्धी; पित्तिए - पैत्तिक-पित्त सम्बन्धी, सिंभिए - श्लेष्मिक-कफ संबंधी, सण्णिवाइए - सान्निपातिक, तिगिच्छा - चिकित्सा, विजा - विद्या, ओसहाई - औषधियाँ, आउरे - आतुर, परिचारए.- परिचारक, तिगिच्छगा - चिकित्सक, आयतिगिच्छगे - आत्मचिकित्सक-अपनी चिकित्सा करने वाला, परतिगिच्छगे - परचिकित्सक-दूसरों की चिकित्सा करने वाला, वणकरे - व्रण-छेद करने वाला, वणपरिमासी - व्रण परिमर्शी-व्रण का स्पर्श करने वाला, वणसारक्खी - व्रण संरक्षी-व्रण की रक्षा करने वाला, वणसरोही - व्रण को भरने वाला,
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org