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| श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ साहित्य रत्न माला का १२१ वा.रत्न
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आचारांग सूत्र
प्रथम श्रुतस्कन्ध मूल पाठ, कठिन शब्दार्थ, भावार्थ एवं विवेचन सहित)
सम्पादक नेमीचन्द बांठिया पारसमल चण्डालिया
-प्रकाशक श्री अखिल भारतीय सुधर्म
जैन संस्कृति रक्षक संघ, जोधपुर शाखा-नेहरू गेट बाहर, ब्यावर-३०५६०१
2: (०१४६२) २५१२१६, २५७६६६
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