SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 322
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिक जीवों की अवगाहना - २६७ शरीरावगाहना जघन्यतः अंगुल के असंख्यातवें भाग जितनी तथा उत्कृष्टतः भी अंगुल के असंख्यातवें भाग जितनी है। पर्याप्तक सम्मूछिम-जलचर-पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिक जीवों की अवगाहना के संदर्भ में पूर्ववत् प्रश्न है। ____ हे आयुष्मन् गौतम! पर्याप्तक-सम्मूर्छिम-जलचर-पंचेन्द्रिय-तिर्यंच योनिक जीवों की शरीरावगाहना जघन्यतः अंगुल के असंख्यातवें भाग जितनी तथा उत्कृष्टतः एक हजार योजन है। गर्भव्युत्क्रांतिक जलचर पंचेन्द्रिय-जीवों की देहावगाहना के संदर्भ में जिज्ञासा की गई है। हे आयुष्मन् गौतम! गर्भव्युत्क्रांतिक-जलचर-पंचेन्द्रिय-जीवों की अवगाहना जघन्यतः अंगुल के असंख्यातवें भाग जितनी तथा उत्कृष्टतः एक हजार योजन होती है। अपर्याप्तक-गर्भव्युत्क्रांतिक-जलचर-पंचेन्द्रिय जीवों की अवगाहना के संदर्भ में प्रश्न है। हे आयुष्मन् गौतम! अपर्याप्तक-गर्भव्युत्क्रांतिक-जलचर-पंचेन्द्रिय जीवों की अवगाहना जघन्यतः अंगुल के असंख्यातवें भाग जितनी तथा उत्कृष्टतः भी अंगुल के असंख्यातवें भाग जितनी होती है। पर्याप्तक गर्भव्युत्क्रांतिक-जलचर जीवों की अवगाहना के संदर्भ में प्रश्न है। __ हे आयुष्मन् गौतम! पर्याप्तक-गर्भव्युत्क्रांतिक-जलचर जीवों की अवगाहना जघन्यतः अंगुल के असंख्यातवें भाग जितनी तथा उत्कृष्टतः एक हजार योजन होती है। चउप्पयथलयरपंचिंदियपुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभाग, उक्कोसेणं छ गाउयाई। सम्मुच्छिमचउप्पयथलयरपुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं, उक्कोसेणं गाउयपुहुत्तं । अपजत्तगसम्मुच्छिम चउप्पयथलयरपुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं, उक्कोसेणं वि अंगुलस्स असंखेजइभागं। . पजत्तगसम्मुच्छिमचउप्पयथलयरपुच्छा। गोयमा! जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेजइभागं, उक्कोसेणं गाउयपुहुत्तं । Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004183
Book TitleAnuyogdwar Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2005
Total Pages534
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_anuyogdwar
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy