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________________ विषय क्रं. ११०. स्पर्शनाम १११. संस्थाननाम ११२. पर्यायनाम ११३. त्रिनाम का अन्य व्याख्याक्रम ११४. चतुर्नाम ११५. पंचनाम ११६. षट्नाम '११७. जीवोदय निष्पन्न के भेद ११८. अजीवोदयनिष्पन्न के प्रकार ११६. औपशमिक भाव १२०. . क्षायिक भाव . १२१. क्षयनिष्पन्न १२२. क्षायोपशमिक भाव १२३. क्षयोपशम - निष्पन्न १२४. पारिणामिक भाव १२५. सान्निपातिक भाव १२६. त्रिकसंयोगी सान्निपातिक भाव १२७. चतुसंयोगी सान्निपातिक भाव १२८. पंचसंयोगज सान्निपातिक भाव १२६. सप्तनाम १३०. सप्तस्वरों के उच्चारण स्थान १३१. जीवनिश्रित सात स्वर १३२. अजीवनिश्रित सात स्वर १३३. सप्तस्वरों के लक्षण, फल Jain Education International [17] पृष्ठ क्रं. १६० १६० १६१ १६३ १६४ १६८ १६६ १७० १७२ १७२ १७३ १७४ १७६ १७७ १७६ १८२ १८५ १८६ १६१ १६३ विषय पृष्ठ १३४. सात स्वरों के ग्राम एवं मूर्च्छनाएं १६८ १३५. सप्तस्वरोत्पत्ति २०० १३६. गीतगायक की कुशलता १३७. गीत के छह दोष १३८. गीत के आठ गुण १३६. गीत के वृत्त एवं भाषा १४०. संगातृ-प्र -प्रकार १४१. उपसंहार १४२. अष्टनाम १४३. नव नाम १६३ १६४ १६४ १६६ १. वीर रस २. श्रृंगार रस ३. अद्भुत रस ४. रौद्र रस ५. व्रीडनक रसं ६. बीभत्स रस ७. हास्य रस ८. करुण रस ९. प्रशान्त रस १४४. दस नाम १. गौणनाम २. नोगौण नाम ३. आदानपद निष्पन्न नाम ४. प्रतिपक्षपद निष्पन्न नाम For Personal & Private Use Only २०३ २०३ २०३ २०६ २०६ २०७ २०७ २१० २११ २१३ २१३ २१४ २१६ २१७ २१८ २१९ २२० २२२ २२२ २२३ २२४ २२६ www.jalnelibrary.org
SR No.004183
Book TitleAnuyogdwar Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2005
Total Pages534
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_anuyogdwar
File Size9 MB
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