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________________ २२७ **********中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中中************** ६. सिद्ध क्षेत्र द्वार . स्थान मोक्षगामी जीव संख्या श्मशान साधु ०१ (गजसुकुमाल) साधु ०१ (अर्जुनमाली) उपाश्रय में साध्वियाँ शत्रुजय साधु ४० विपुलगिरि साधु | १५ योग १०. अंतगडदसा सूत्र के नगर आदि का वर्णन किस सूत्र में किस स्थान पर है? |वर्ग । किसका वर्णन वर्णन कौनसे सूत्र में पहला नगरी, उद्यान, राजा आदि औपपातिक सूत्र आर्य सुधर्मा, जम्बू आदि ज्ञाता सूत्र रैवतक, नंदनवन, सुरप्रिय वण्हिदसा महाबल भगवती सूत्र शतक ११, उद्देशक ११ अरिष्टनेमि समवसरण ज्ञाता धर्म कथा अध्ययन ५ मेघकुमार ज्ञाता धर्म कथा अध्ययन १ खंदक संन्यासी भगवती शतक २ उद्देशक १ तीसरा गाथापति उपासकदशांग अध्ययन १ दढ़ प्रतिज्ञ राजप्रश्नीय ३. प्रांत में गौतम स्वामी भगवती शतक २ उद्देशक ५ देवानंदा भगवती शतक ६ उद्देशक ३३ अभयकुमार ज्ञाता धर्म कथा अध्ययन १ ब्राह्मण भगवती शतक २ उद्देशक १ गंगदत्त भगवती शतक १६ उद्देशक ५ : श्रमणोपासक भगवती शतक २ उद्देशक ५ राज्य-अभिषेक भगवती शतक ११ उद्देशक ६ अतिमुक्तक (एवंताकुमार) भगवती शतक ५ उद्देशक ४ । कोणिक औपपातिक सूत्र उदायन भगवती शतक १३ उद्देशक ६ आठवाँ . तपश्चर्या जन्य शरीर अनुत्तरोपपातिक वर्ग ३ छठा Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004178
Book TitleAntkruddasha Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2007
Total Pages254
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_antkrutdasha
File Size48 MB
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