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श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ साहित्य रत्न माला का १२७ वा रत्न
अन्तकृतदशा सूत्र
(शुद्ध मूल पाठ, कठिन शब्दार्थ, भावार्थ एवं विवेचन सहित)
नेमीचन्द बांठिया । पारसमल चण्डालिया ।
3808888883
-प्रकाशक
श्री अखिल भारतीय सुधर्म - जैन संस्कृति रक्षक संघ, जोधपुर शाखा-नेहरू गेट बाहर, ब्यावर-305901 0 (01462) 251216, 257699 फेक्स नं. 250328
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