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(पसिद्धि) 2/1 सामण्ण-कई [(सामण्ण) वि. (कइ) 1/2] अयो "(प्र) = इसलिए च्चेन (प्र)- ही
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हरइ (हर) व 3/1 सक प्रग (अणु) 1/1 वि वि (प्र)= भी पर-गुणो [(पर) वि-(गुण) 1/1] गहमम्मि (गरुप) 7/1 वि (प्र) = भी णिप्र-गुणे [(णिय) वि-(गुण) 7/1] ण (अ)- नहीं संतोसो (संतोस) 1/1 सीलस्स (सील) 6/1 विवेप्रस्स (विवेप्र) 6/। अ (अ)=और सारमिणं [(सारं) + (इणं)] सारं (सार) 1/1 इगं (इम) 1/1 सवि एत्तिनं (एत्तिप्र) 1/1 वि चेन (प्र) ही इअरे (इअर) 7/1 वि वि (अ)= भी फुरंति (फुर) व 3/2 अक गुणा (गुण) 1/2 गुरूण (गुरु) 6/2 पढ़मं (अ) सर्व प्रथम कउत्तमासंगा [(क)+(उत्तम)+(संगा)], [(क) भूक अनि - (उत्तम) वि - (असंग) 1/2] अग्गे (अ) = पहले सेलग्ग-गमा [(सेल+(अग्ग)+ (गमा)] [(सेल)-(अग्ग)-(ग) भूकृ अनि ।/2] इंदु - मऊहा [(इंदु)-(मऊह) 1/2] इव (अ)- जैसे महीए (मही) 7/1
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12.
रिणवाडताण (रिणव्वड) प्रेरक वक 4/2 सिवं (सिव) 2/1 सप्रलं (सअल) 1/1 वि चिन (अ) = ही सिवधरं (सिवपर)1/1 तुवि तहा (अ) = इस प्रकार तारण (त) 4/2 स णिव्वडइ (रिणव्वड व 3/1 अक कि पि (प्र; कुछ जह (अ)-जिससे ते (त) 1/2 स वि (अ)
- भी अप्पणा (अ) स्वयं विम्हसमवेति [(विम्हन)+(उति)] विम्हश्र (विम्हप्र) 2/1 उति (उवे) व 3/2 सक पासम्मि (पास) 7/1 अहंकारी (अहंकारी) 1/1 होहिइ (हो) भवि 3/1 अक कह (अ)-कैसे वा (अ)संभावना गुणारण (गुण) 6/2 विवरुक्खे (विवरुक्ख) 7/1 गव्वं (गव्व) 2/1 ण (त) 1/1 स गुरिणगन-मनो [(गुणि)-(गन) भूक अति-(मप्र) 1/1] गुणत्थमिच्छंति [(गुण) + (त्)+ (इच्छंति)] गुणत्थं (गुणत्थ) 2/1 वि इच्छंति
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वाक्पतिराज को
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