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85
.
.
राग से 'द्वितीयार्थक' अव्यय
तथा
18.
पादपूर्ति
21
और
अथवा और
32, 37, 88 49, 73 8, 31, 75, 101 . . 13, 20, 25, 32, 63, 64, 70, 71, 73, 83, 101
अथवा
पादपूरक
18
या
तथा
21, 23, 74 पुनरावृत्ति भाषा की पद्धति 71, 73 भी .
8, 23, 63, 90
और
-
16
50, 78
8, 18
19
विणा बिना
निस्संदेह सदा सदैव समंत (समंता) पूरी तरह से समदो समान रूप से
स्वयं सव्वदो सब ओर से
106
सयं
12, 13, 18, 30, 71
(176)
प्रवचनसार (खण्ड-2)
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