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परूव
प्रतिपादन करना देखना
पस्स पाव पेच्छ बुज्झ
पाना देखना
11,88 32, 54
जानना
86
भज
भोगना
भण
कहना
भम
मण्ण
भ्रमण करना मानना छोड़ना प्राप्त करना प्रणाम करना जानना
70, 79, 81
21, 33, 40, 48, 49
लह वंद विजाण वियाण सद्दह हव
जानना
64
श्रद्धा करना प्राप्त करना परिभ्रमण करना
62, 91 65, 66 77
अनियमित क्रिया .. उत्पन्न करना 74
जणय
अनियमित कर्मवाच्य क्षय की जाती है . 86
खीयदि
प्रवचनसार (खण्ड-1)
(131)
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