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(16) आलाप पद्धति - श्रीदेवसेनाचार्य (क) मुख्याभावे....... चोपचारः
प्रवर्तते ॥212 || स्वरूप देशना 54, (17) आप्त मीमांसा- समन्तभद्राचार्य जी (क) घटमौलि......सहेतुकम ||59 ॥
स्वरूप देशना 72, आप्त मीमांसा- समन्तभद्राचार्य जी (ख) शुद्धयशुद्धीपुनः.....तर्कगोचर 100 ॥ स्वरूप देशना 217, आप्त मीमांसा- समन्तभद्राचार्य जी (ग) अबुद्धिपू....स्वपौरूषात् ॥१॥
स्वरूप देशना 377, (18) गो० जीवकांड- श्री नेमिचन्द्राचार्यजी (क) वेदस्सुदीरणाए.....दोषं वा
||273 || स्वरूप देशना 77, गो० जीवकांड- श्री नेमिचन्द्राचार्यजी (ख) पुरुगुणभोगे....... पुरिसो ||273 ॥ स्वरूप देशना 79, गो० जीवकांड- श्री नेमिचन्द्राचार्यजी (ग) छादयदि सयं....... वण्णिया इत्थी ||274 || स्वरूप देशना 83, गो० जीवकांड- श्री नेमिचन्द्राचार्यजी (घ) अस्थि अणंता....." मुंचति ||197 || स्वरूप देशना 87, गो० जीवकांड- श्री नेमिचन्द्राचार्यजी (ड) एगणिगोदशरीरे.. विनीदकालेण ||196 ॥ स्वरूप देशना 120, .............. श्री अकलंकाचार्य (क) प्रमेयावादिभि
चेतनात्मकः ॥3॥ स्वरूप देशना 112, श्रीराजवार्तिक जी- श्री अकलंकाचार्य (ख) हतं ज्ञानं क्रियाहीनं..
पड़गुलः ॥1॥ स्वरूप देशना 361, (20)श्रीमूलाचार जी- श्री वट्टकेराचार्य जी (क) जेणतच्चं...
जिणसासणे ||267 || स्वरूप देशना 116, श्रीमूलाचार जी- श्री वट्टकेराचार्य जी (ख) भिक्खंवक्क.......... भयवं ||1006 || स्वरूप देशना 196, श्रीमूलाचार जी- श्री वट्टकेराचार्य जी (ग) वीरेण वि.........
मरिदव्वं ||100 | स्वरूप देशना 270, 218
-स्वरूप देशना विमर्श
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