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: श्रीनेमिनाथस्तोत्रसङ्ग्रहः
: भिन्नभिन्नविद्वांसः सूरिवरा मुनिवराश्च
प्रथमावृत्ति : वि.सं. २०६९ ( इ.स. २०१३), श्रावकृष्ण - ४
प्रति
ग्रन्थनांम
ग्रन्थकर्ता
मूल्य
प्रकाशकः एवं प्राप्तिस्थानम् : श्रीविजयकनकसूरिप्राचीनग्रन्थमाला
अक्षराङ्कन
मुद्रक
: ५००
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: १९०/
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