________________
दशाश्रुत छेदसूत्र अन्तर्गत्
“कल्पसूत्रं (बारसासूत्र) (मूलम्) ...... मूलं- सूत्र.-1 / गाथा.||-||
SEASEGOOGCOAGRASONGS BalasRERICARRINRSkyाकार SED
Song
प्रत
सूत्रांक/
गाथांक
SAGIRAGIPAGAPAGRAGIRAS
॥ इति श्रीकल्पसूत्रम् ॥ इति श्रेष्ठि देवचन्द्र लालभाई-जैनपुस्तकोद्धारे-ग्रन्थाङ्कः १८..
दीप
अनुक्रम
।
NOVAVVevoVolVolvoro BaaVGVe
मुनिश्री दीपरत्नसागरेण पुन: संपादित:
(“दशाश्रुतस्कन्ध" छेदसूत्र अन्तर्गत् एक अध्ययनं) "कल्प(बारसा) सूत्रम्” परिसमाप्तम्
~143~