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[३२] श्री देवेन्द्रस्तव (प्रकीर्णक) सूत्रम्
नमो नमो निम्मलदंसणस्स
पूज्य श्रीआनंद-क्षमा-ललित- सुशील-सुधर्मसागर गुरुभ्यो नमः
“देवेन्द्रस्तव” मूलं एवं छाया
[मूलं एवं संस्कृतछाया]
[आद्य संपादकः - पूज्य आगमोद्धारक आचार्यदेव श्री आनंदसागर सूरीश्वरजी म. सा. ]
(किञ्चित् वैशिष्ठ्यं समर्पितेन सह )
पुनः संकलनकर्ता→ मुनि दीपरत्नसागर (M.Com, M.Ed., Ph.D.)
15/01/2015, गुरुवार, २०७१ पौष कृष्ण १०
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मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित आगमसूत्र [३२], प्रकीर्णकसूत्र- [९] "देवेन्द्रस्तव” मूलं एवं संस्कृतछाया
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