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________________ आगम (०७) “उपासकदशा” - अंगसूत्र-७ (मूलं+वृत्तिः ) अध्ययन [-], -------- मूलं [-] मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित..........आगमसूत्र - [०७], अंग सूत्र - [०७] "उपासकदशा" मूलं एवं अभयदेवसूरि-रचित वृत्ति: प्रत सूत्राक दीप अनुक्रम अहम्। श्रीमच्चन्द्रकलीन श्रीमदभयदेवाचार्य विहितविवरणयुतं श्रीमदुपासक दशाङ्गम् ॥ प्रकाशयित्री हेसाणा बारका अष्टि वीकपकाल हीराचंद श्रेष्ठि गुलाबचन्द्र हर्षचन्दपली उमीया कोर विहितसाहाय्येन श्रेष्ठि वेणिचन्द्र सुरचन्द्रद्वारा आगमोदय समितिः॥ एवं पुस्तकं पुणामध्ये आर्यभूषण यन्त्रालये म्यानेजर अनंत विनायक पटवर्धन द्वारा मुद्रापितम् ॥ चौरसंवत् २४४६. विक्रमसंवत् १९७६. क्राइस्ट सन् १९२० पण्यंः-१०-० दशकमाणकानाम् । उपासकदशाङ्गसूत्रस्य मूल "टाइटल पेज" ~1~
SR No.004107
Book TitleAagam 07 UPASAK DASHA Moolam evam Vrutti
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherDeepratnasagar
Publication Year2014
Total Pages113
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_upasakdasha
File Size25 MB
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