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जैनदर्शन में व्यवहार के प्रेरकतत्त्व
डॉ. सागरमल जैन
1994
58 | डॉ. सागरमल जैन
59 | डॉ. सागरमल जैन
1997
जैन धर्मदर्शन एवं संस्कृति पार्श्वनाथ विद्यापीठ, (भाग-1)
वाराणसी अहिंसा की प्रासंगिकता प्राच्य विद्या
शाजापुर | जैनधर्म और तांत्रिक साधना पार्श्वनाथ विद्यापीठ,
वाराणसी नीतिदर्शन की पूर्व पीठिका प्राकृत भारतीय अकादमी,
जयपुर नीतिशास्त्र का सर्वेक्षण सेन्ट्रल बुक डिपो,
इलाहाबाद । | जैनदर्शन, सम्यकज्ञान दर्शन के | भारतीय विद्या प्रकाशन, परिप्रेक्ष्य में
दिल्ली
60 | संगमलाल पाण्डे
2005
संगमलाल पाण्डे
| 1969
62 | डॉ. साध्वी सुभाषा
| 2004
पत्र-पत्रिकाएं
अनेकान्त
वीर सेवा मन्दिर, नईदिल्ली
स. जयकुमार जैन, मुजफ्फरनगर, उ.प्र. विजयशीलचन्द्रसूरि
2.
| अनुसन्धान
सं. अजय विराट
चरम मंगल (मासिक पत्रिका)
क्रिश्ना ग्राफिक्स, किरीट हरजीभाई पटेल, 966, नारणपुरा, जूना गाम, अहमदाबाद जय गुरूदेव साहित्य ‘एलारका हाउस' 11वीं 'ई' रोड, सरदारपुरा, जोधपुर जिनवाणी, दुकान नं. 182 के उपर, बापू बाजार, जयपुर-03 (राज.) जैन विश्वभारती लाडनूं, राज. श्री तारकगुरू जैन ग्रन्थालय, गुरू पुष्कर मार्ग, उदयपुर (राज.)
जिनवाणी
प्रो. डॉ. धर्मचन्द्र जैन
| तुलसी प्रज्ञा । मुमुक्षु शान्ता जैन । देवेन्द्रभारती वीरेन्द्र डांगी
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