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सत्तरहवाँ लेश्या पद-छठा उद्देशक - लेश्या की अपेक्षा गर्भोत्पत्ति
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हंता गोयमा! जणेजा। भावार्थ-प्रश्न-हे भगवन् ! कृष्ण लेश्या वाला मनुष्य कृष्ण लेश्या वाले गर्भ को उत्पन्न करता है ? उत्तर - हाँ गौतम! कृष्ण लेश्या वाले मनुष्य कृष्ण लेश्या वाले गर्भ को उत्पन्न करता है। कण्हलेस्से णं भंते! मणुस्से णीललेस्सं गब्भं जणेजा? हंता गोयमा! जणेजा जाव सुक्कलेसं गब्भं जणेजा। णीललेस्से० मणुस्से कण्हलेस्सं गब्भं जणेजा?
हंता गोयमा! जणेजा, एवं णीललेस्से मणुस्से जाव सुक्कलेस्सं गब्भं जणेजा, एवं काउलेस्सेणं छप्पि आलावगा भाणियव्वा। तेउलेस्साण वि पम्हलेस्साण वि सुक्कलेस्साण वि, एवं छत्तीसं आलावगा भाणियव्वा।
भावार्थ-प्रश्न-हे भगवन् ! कृष्ण लेश्या वाला मनुष्य नील लेश्या वाले गर्भ को उत्पन्न करता है ? उत्तर - हाँ गौतम! कृष्ण लेश्या वाला मनुष्य नील लेश्या वाले गर्भ को उत्पन्न करता है।
इसी प्रकार कृष्ण लेश्या वाले पुरुष से कापोत लेश्या, तेजो लेश्या, पद्मलेश्या और शुक्ल लेश्या वाले गर्भ की उत्पत्ति के विषय में भी आलापक कहने चाहिए।
इसी प्रकार कृष्णलेश्या वाले पुरुष की तरह नील लेश्या वाले, कापोत लेश्या वाले, तेजो लेश्या वाले, पद्म लेश्या वाले और शुक्ल लेश्या वाले प्रत्येक मनुष्य से इस प्रकार पूर्वोक्त छहों लेश्या वाले गर्भ की उत्पत्ति सम्बन्धी छह-छह आल पक होने से सब छत्तीस आलापक हुए।
कण्हलेस्सा णं भंते! इत्थिया कण्हलेस्सं गब्भं जणेज्जा? हंता गोयमा! जणेज्जा। एवं एए वि छत्तीसं आलावगा भाणियव्वा।
भावार्थ - प्रश्न - हे भगवन्! क्या कृष्ण लेश्या वाली स्त्री कृष्ण लेश्या वाले गर्भ को उत्पन्न करती हैं ?
उत्तर - हाँ गौतम! उत्पन्न करती है। इसी प्रकार पूर्ववत् ये भी छत्तीस आलापक कहने चाहिए। कण्हलेस्से णं भंते! मणुस्से कण्हलेस्साए इत्थियाए कण्हलेस्सं गब्भं जणेज्जा? हंता गोयमा! जणेजा, एवं एए छत्तीसं आलावगा।
भावार्थ - प्रश्न - हे भगवन् ! कृष्ण लेश्या वाला मनुष्य क्या कृष्ण लेश्या वाली स्त्री से कृष्ण लेश्या वाले गर्भ को उत्पन्न करता है ? .. उत्तर - हाँ गौतम! वह उत्पन्न करता है। इस प्रकार पूर्ववत् ये भी छत्तीस आलापक हुए। .. कम्मभूमय कण्हलेस्से णं भंते! मणुस्से कण्हलेस्साए इत्थियाए कण्हलेस्सं गब्भं जणेजा?
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