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विषय
महावीर स्वामी द्वारा गौतम स्वामी को आश्वासन, चिरकालीन संबंध
माकंदी पुत्र व उनके प्रश्न मद्रुक श्रावक का वर्णन
( २३ )
(य) योनि वर्णन पर प्रज्ञापना का निर्देश
महास्रवादि के सौलह मंगों की दण्डकापेक्षा पृच्छा महाकर्मादि के चौबीस दण्डक पर आयुष्य आश्रित प्रश्न महाव्रत ४ तथा ५ की प्ररूपणा वर्तमान अवसर्पिणी
की चौबीसी
(र)
रोह अनगार के लोकालोक संबंधी प्रदर राजगृह नगर किसे कहते हैं ?
रथमूसल संग्राम का वर्णन
रूपी अरूपी वस्तु का वर्णन
राहु ( पर्व व नित्य) के विमानादि का वर्णन
(ल) लेश्याधिकार पर प्रज्ञापना का निर्देश
( श. २५ उ. १ भाग ७ पृ. ३१९६ में भी है) लोकांतिक स्पर्शना
लोक स्थिति के आठ प्रकारों का वर्णन
शतक उद्देशक भाग पृष्ठ
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लवण समुद्र के चतुर्दशी आदि को बढ़ने - घटने लोकपालों (शके) का वर्णन
लोकपालों (ईशानेंद्र के) के चार विमान व चार राजधानियाँ
श्याओं के परस्पर परिणमन पर प्रज्ञापना का निर्देश (श. १९ उ. १ भाग ६ पृ. २७६६ पर भी )
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२३२६- २९
२६७४-- ९१
२७२०-- २८
२७९४ - २८०१
२५०१-
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२९०३ - ५.
१७९३-९७
२६९ ७६
९१४- १५
११९९ - १२१३
२०४६- ५९
२०६०-- ६६
१४२- ४५
२६१- ६४
२७६- ८०
६६८- ६९
७३९- ४३
७३९-- ४३
७४६- ४९
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