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________________ भगवती सूत्र - श. २५ उ. ६ परिणाम द्वार ९५ उत्तर गोयमा ! जहणेणं एवकं समयं उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं । ३४०६ भावार्थ - ९५ प्रश्न - हे भगवन् ! पुलाक वर्द्धमान परिणामी कितने काल तक होते हैं ? ९५ उत्तर - हे गौतम! जघन्य एक समय और उत्कृष्ट अन्तर्मुहूर्त तक । ९६ प्रश्न - केवइयं कालं हीयमाणपरिणामे होज्जा ? ९६ उत्तर-गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उकोसेणं अतोमुहुत्तं । भावार्थ - ९६ प्रश्न - हे भगवन् ! पुलाक होयमान परिणामी कितने काल तक होते हैं ? ९६ उत्तर - हे गौतम ! जघन्य एक समय और उत्कृष्ट अन्तर्मुहूर्त तक । ९७ प्रश्न - केवइयं कालं अवट्टियपरिणामे होजा ? " ९७ उत्तर - गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं सत्त समया । एवं जाव कसायकुसीले । भावार्थ - ९७ प्रश्न - हे भगवन् ! पुलाक, अवस्थित परिणामी कितने काल तक रहते हैं ? • ९७ उत्तर - हे गौतम! जघन्य एक समय और उत्कृष्ट सात समय तक । इसी प्रकार यावत् कषाय- कुशील पर्यन्त । ९८ प्रश्न - नियंठे णं भंते ! केवइयं कालं बड्ढमाणपरिणामे होजा ? ९८ उत्तर - गोयमा ! जहण्णेणं अतोमुहुत्तं, उकोसेण वि अंतोमुहुत्तं । Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004092
Book TitleBhagvati Sutra Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhevarchand Banthiya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size11 MB
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