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भगवती सूत्र - २५ उ. ४ पुद्गल और युग्म
७४ प्रश्न - चउप्पए सिए णं - पुच्छा ।
७४ उत्तर - गोयमा ! सिय कडजुम्मपएसोगाढे जाव सिय कलिओपरसोगाढे ४ । एवं जाव अनंतपएसिए ।
भावार्थ - ७४ प्रश्न - हे भगवन् ! चतुष्प्रदेशी स्कन्ध० ?
७४ उत्तर - हे गौतम ! कदाचित् कृतयुग्म प्रदेशावगाढ़ यावत् कदाचित् कल्यो प्रदेशावगाढ़ होता है। इसी प्रकार यावत् अनन्त प्रदेशी स्कन्ध पर्यंत ।
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७५ प्रश्न - परमाणुपोग्गला णं भंते । किं कडजम्म- पुच्छा । ७५ उत्तर - गोयमा ! ओघादेसेणं कडजुम्मपएसोगाढा, तेओग०, णो दावर०, णो कलिओग० । विहाणादेसेणं णो कडजुम्मपरसोगाढा, णो तेयोग०, जो दावर, कलिओगपरसोगाढ़ा।
भावार्थ - ७५ प्रश्न - हे भगवन् ! परमाणु-पुद्गल (बहुत) कृतयुग्म • प्रदेशावगाढ़ हैं ० ?
७५ उत्तर - हे गौतम! ओघ देश से कृतयुग्म प्रदेशावगाढ़ हैं, ज्योज, द्वापरयुग्म और कल्योज प्रदेशावगाढ़ नहीं होते । विधानादेश से कृतयुग्म, suोज और द्वापरयुग्म प्रदेशावगाढ़ नहीं होते, कल्योज प्रदेशावगाढ़ होते हैं
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७६ प्रश्न - दुप्पएसिया णं--पुच्छा ?
७६ उत्तर--गोयमा ! ओघादेसेणं कडजुम्मपएसोगाढा, पो तेओग०, णोदावर०, णो. कलिओग० । विहाणादेसेणं णो कडजुम्मपरसोगाढा, णो तेओगपएसोगाढा, दावरजुम्मपएसो गाढा वि कलिओपएसो गाढा वि ।
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