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भगवती सूत्र-ग. ७ उ. ७ काम-भोग
१९७१
भावार्थ-२ प्रश्न-हे भगवन् ! काम रूपी है या अरूपी है ? २ उत्तर-हे गौतम ! काम रूपी हैं, अरूपी नहीं हैं। ३ प्रश्न-हे भगवन् ! काम सचित्त हैं, या अचित्त है ? ३ उत्तर-हे गौतम ! काम सचित्त भी हैं और अचित्त भी हैं। ४ प्रश्न-हे भगवन् ! काम जीव हैं या अजीव हैं ? ४ उत्तर-हे गौतम ! काम जीव भी हैं और अजीव भी हैं। ५ प्रश्न-हे भगवन् ! काम जीवों के होते हैं या अजीवों के ? ५ उत्तर-हे गौतम ! काम जीवों के होते हैं, अंजीवों के नहीं होते। ६ प्रश्न-हे भगवन् ! काम कितने प्रकार के कहे गये हैं ? ६ उत्तर-हे गौतम ! काम दो प्रकार के कहे गये हैं, यथा-शंम्द और रूप। ७ प्रश्न-हे भगवन् ! भोग रूपी है या अरूपी हैं ? ७ उत्तर-हे गौतम ! भोग रूपी हैं, अरूपी नहीं। ८ प्रश्न-हे भगवन् ! भोग सचित्त हैं या अचित्त ? ८ उत्तर-हे गौतम ! भोग, सचित्त भी है धौर अचित्त भी हैं। ९ प्रश्न-हे भगवन् ! भोग, जीव हैं, या अजीव ? ९ उत्तर-हे गौतम ! भोग, जीव भी हैं और अजीव भी हैं। १० प्रश्न-हे भगवन् ! भोग, जीवों के होते हैं, या अजीवों के ? १० उत्तर-हे गौतम ! भोग, जीवों के होते हैं, अजीवों के नहीं होते।
११ प्रश्न-कइविहा णं भंते ! भोगा पण्णता ? ... ११ उत्तर-गोयमा ! तिविहा भोगा पण्णत्ता, तं जहा-गंधा, रसा, फासा।..
१२ प्रश्न-कइविहा णं भंते ! कामभोगा पण्णता ?
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