________________
************************
***************
*******************
श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ साहित्य रत्नमाला का १२ वाँ रत्न
गणधर भगवान् सुधर्मस्वामि प्रणीत.
भगवती सूत्र
( व्याख्याप्रज्ञप्ति सूत्र )
Jain Education International
सम्पादक
पं. श्री घेवरचन्दजी बांठियाँ “वीरपुत्र " (वर्तमान पं. श्री वीरपुत्र जी महाराज) न्याय व्याकरणतीर्थ, जैन सिद्धांत शास्त्री
प्रकाशक
श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ, जोधपुर
शाखा - नेहरू गेट बाहर, ब्यावर - ३०५६०१
T
(०१४६२) २५१२१६, २५७६६६
************************************
**********************************************
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org