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जैनागम सिद्ध मूर्तिपूजा
फोटो, प्रतिमा, पगल्या का भी अपार महिमा है, तभी तो स्थानकवासी संत भी अपने गुरु की छत्री, पगल्या, गुरुमंदिर, मूर्ति का निर्माण करने लगे हैं । एवं अब तो कतिपय ने जिनमन्दिर बनवाना भी प्रारंभ किया है ।
इन सभी बातों से आशा है कि स्थानकवासी संत आदि सभी जिनमूर्ति-जिनमंदिर-जिनपूजा में विश्वास करें, श्रद्धा करें व जिनमूर्ति के लिए यद्वा तद्वा बोलकर घोर महापापों से बचें...
पूरे लेख में जिनाज्ञाविरुद्ध कुछ भी लिखा गया हों तो उसका मिच्छा मिदुक्कडम्....
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- आकाश (अंकित जैन)
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