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नाकोडा भैरव के दर्शन करते हुए आ. महाश्रमण
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वितराग परमात्मा की मूर्ति को नमन वन्दन न करने का फल अविरत देव को नमन वन्दन करना अनंत में भवभ्रमण
साध्वी दिप्तिजी
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a mactatorixaxजबपुर
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