SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 60
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ देवद्रव्य देवद्रव्य देवद्रव्य ५ - दशदिक्पालपट्टक पूजन करने की देवद्रव्य ६ - अष्टमंगल पट्टक पूजन करने की देवद्रव्य ७ - सिंहासन में प्रभु की स्थापना करने की देवद्रव्य ८ - गोली (हांडी) स्थापना करने की देवद्रव्य ९ - दीपकों की स्थापना करने की देवद्रव्य १० - दायीं ओर १०८ बार घी पूरने की देवद्रव्य ११ - बायीं ओर १०८ बार घी पूरने की १२ - सुवर्ण कलश से १०८ बार अभिषेक करने की. १३ - वृषभ कलश से १०८ बार अभिषेक करने को देवद्रव्य १४ - १०८ नलिकाओं वाले कलश से १०८ बार अभिषेक करने की १५ - चांदी के कलश से १०८ बार अभिषेक करने की देवद्रव्य १६ - प्रभुजी की १०८ बार केशर पूजा करने की देवद्रव्य १७ - प्रभुजी की १०८ बार पुष्प पूजा करने की देवद्रव्य १८ - प्रभुजी के समक्ष थाली में पेढा, रुपया एवं श्रीफल थाली में ले खड़े रहने की देवद्रव्य १८ - १०८ दीपकों की आरती करने की देवद्रव्य १९ - मंगल दीया करने की २० - शांतिकलश करने की देवद्रव्य २१ - शांति जल की धारावनी करने की नोंध : उपरोक्त सभी राशि देवद्रव्य में ही जाती है । इस राशि में से पूजन का कोई भी खर्चा नहीं किया जा सकता । देवद्रव्य देवद्रव्य ४० धर्मद्रव्य का संचालन कैसे करें ? Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004076
Book TitleDharmdravya ka Sanchalan Kaise kare
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharmdhwaj Parivar
PublisherDharmdhwaj Parivar
Publication Year2012
Total Pages180
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Devdravya
File Size5 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy