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________________ ( २५१५) हेमकीर्त्ति-पादुका शुभ संवत् १९५७ का मिती फाल्गुन कृष्ण पंचम्यां शुक्रवासरे श्रीजिनकीर्त्तिरत्नसूरिशाखायां पं० प्र० श्रीहेमकीर्तिमुनि चरणपादुका कारापिता पं० प्र० नयभद्र मुनिना। (२५१६) हेमकीर्ति-पादुका संवत् १९५७ का मिती फाल्गुन शुक्ल तृतीयायां गुरुवारे श्रीकीर्तिरत्नसूरिशाखायां पं० प्र० श्रीहेमकीर्त्तिमुनीनां चरणन्यासः कारिता पं० प्र० नयभद्र मुनिना। (२५१७ ) शिलालेखः आर्याजी श्रीवीजांजी शिष्यणी लालकंवर चढापितं सं० १९५७ (२५१८) आदिनाथः सं० १९५८ का ज्येष्ठ शुक्ल १० शुक्रे श्रीऋषभदेवजीबिंबं कारि० खरतरगच्छे कासि निवासी श्रीनेमचन्दसूरिणा................. (२५१९) लक्ष्मीप्रधान-पादुका सं० १९५८ मि० जे० सु० १० उ० श्रीलक्ष्मीप्रधानजिद्पादुके श्री। सं। का। प्र। पं। मो। (२५२०) ज्ञानभंडार-शिलालेख: श्रीमहोपाध्याय दानसागरगणि पुस्तकभण्डार शिलापट्ट सं० १९५९ चै(?) सं। १(२)१ भण्डार के सब ग्रंथो का एक बड़ा सूचीपत्र है, जिसको सब कोई देख सकते हैं ॥ २ यदि कोई घर ले जाकर पुस्तक देखना चाहे तो पुस्तक का कुछ ही अंश दूसरे को दिये जा सकेंगे। ३ भण्डार से पुस्तक परिचित पुरुषों को ही दी जावेगी ले जाने वाला ७ दिन से अधिक अपने पास पुस्तक नहीं रख सकेगा॥४॥ नकल उतारना चाहे तो वो यहीं पर उतार सकता है। पुस्तक को हिफाजत से रखे।५ यदि ले जाने वाला और लिखने वाला बिगाड़ दे तो कीमत उससे ली जावेगी और ग्रन्थ भी उसको नहीं दिया जायेगा॥६॥ ग्रन्थ देने के समय व लेने के समय रजिस्टर में लिखा जावेगा॥७॥ ग्रन्थ लेने देने का अधिकार संरक्षक को ही होगा। यह ज्ञान भण्डार उ। श्रीहितवल्लभगणि स्थापितंः॥ (२५२१) उपाश्रय-लेखः ॥ महोला रांगड़ी॥ श्री जैन श्वेताम्बर साधर्मीशाला॥ ॥ श्रीजिनवीर सं। २४२८ विक्रम सं। १९५८ मि। आषाढ़ शुक्ल चतुर्थी दिने श्री बीकानेर मध्ये २५१५. रेलदादाजी, बीकानेर: ना० बी०, लेखांक २०७६ २५१६. शालाओं के लेख, नाल, बीकानेर: ना० बी०, लेखांक २२८९ २५१७. गौतमस्वामी की देहरी, रेलदादाजी, बीकानेर: ना० बी०, लेखांक २०३८ २५१८. आदिनाथ जिनालय, राजगढ़, धार: मालवांचल के जैन लेख, लेखांक १२७ २५१९. रेल दादाजी, बीकानेर: ना० बी०, लेखांक २०८४ २५२०. श्रीबृहत्ज्ञानभण्डार, बीकानेर: ना० बी०, लेखांक २५३८ २५२१. धर्मशाला रांगड़ी चौक, बीकानेर: ना० बी०, लेखांक २५५६ (खरतरगच्छ-प्रतिष्ठा-लेख संग्रहः ४३५) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004075
Book TitleKhartargaccha Pratishtha Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2005
Total Pages604
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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