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________________ "नाथ: ( १२५५ ) श्रीखरतरगच्छे श्रीजिनमाणिक्यसूरिपट्टे युगप्रधान श्रीजिनचन्द्रसूरिभिः । सं० १६६२ वर्षे चैत्र वदि ७ दिने दरड़ा अचला भार्या अचलादे श्राविकया पु० केसा ( १२५६ ) महावीर: सं० १६६२ वर्षे चैत्र वदि ७ बो० मंत्री अमृत भार्या लाछलदे श्राविकया पुत्र भगवानदास सहितया महावीरबिंबं कारितं प्रति० श्रीखरतरगच्छे श्रीजिनमाणिक्यसूरिपट्टे युगप्रधान श्रीजिनचन्द्रसूरिभिः ( १२५७ ) धनराजोपाध्याय - पादुका सं० १६६२ चैत्र वदि ७ दिने श्रीधनराजोपाध्याय पादुके ( १२५८ ) अजितनाथ : (१) श्रीविक्रमनगरे महाराजाधिराज महाराजा श्रीरायसिंह जी विजयराज्ये । (२) श्रा० जयमा का० प्रति० श्रीखरतरगच्छे श्रीपंचनदीपतिसाधकैः श्रीसलेमसाहिप्रबोधकैः श्री(३) जिनमाणिक्यसूरि पट्टप्रभाकर युगप्रधान श्री श्री श्रीजिनचन्द्रसूरिभिः शिष्य आचार्य श्रीजिनसिंह(४) सूरि श्रीसमयराजोपाध्याय वा० पुण्यप्रधान गणि प्रमुखसाधुसंघयुतैः पूज्यमानं ( १२५९ ) संभवनाथ: गोत्रे सा० धर्मसी भार्या श्रीखरतरगच्छे श्रीजिनमाणिक्यसूरिपट्टे युगप्रधान श्रीजिनचन्द्रसूरिभिः ( १२६० ) सुपार्श्वनाथः श्रीखरतरगच्छे ॥ राजाधिराज श्रीरायसिंह जी राज्ये । श्रा० रंगादे कारितं प्रतिष्ठितं श्रीजिनमाणिक्यसूरिप्रभाकर युगप्रधान श्रीजिनचन्द्रसूरिभिः शिष्य आचार्य श्रीजिनसिंहसूरि श्रीसमयराजोपाध्याय वा० पुण्यप्रधान गणि साधुयुतैः चिरंनंदतु ॥ ( १२६१ ) चन्द्रप्रभ- मूलनायक : राजाधिराज श्रीरायसिंहजीराज्ये ॥ श्रीजिनमाणिक्यसूरिपट्टे युगप्रधान श्रीजिनचन्द्रसूरिभिः शिष्य आचार्य श्रीजिनसिंहसूरि श्रीसमयराजोपाध्याय वा० पुण्यप्रधान प्र० सा० युतैः । १२५५.. ऋषभदेवस्थ पार्श्वनाथ जिनालय, नाहटों मे, बीकानेर: ना० बी०, लेखांक १४९३ १२५६ ऋषभदेवजी का मन्दिर, नाहटों मे, बीकानेर: ना० बी०, लेखांक १४०७ १२५७. ऋषभदेवजी का मन्दिर, नाहटों मे, बीकानेर: ना० बी०, लेखांक १४५९ १२५८. ऋषभदेवजी का मन्दिर, नाहटों मे, बीकानेर: ना० बी०, लेखांक १४०० १२५९. पार्श्वनाथ जिनालय, नाहटों मे, बीकानेर: ना० बी०, लेखांक १४९४ १२६०. ऋषभदेवजी का मन्दिर, नाहटों में, बीकानेर: ना० बी०, लेखांक १४०१ १२६१. चन्द्रप्रभ मंदिर, सांगानेर: प्र० ले० सं०, भाग १, लेखांक ११२५ खरतरगच्छ-प्रतिष्ठा-लेख संग्रह: Jain Education International श्रीसंभवबिंबं प्रति० For Personal & Private Use Only (२२१) www.jainelibrary.org
SR No.004075
Book TitleKhartargaccha Pratishtha Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2005
Total Pages604
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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