________________
क्रम
६१२ जाति
विषय
(१) बौद्ध मत खंडन
(२) जाति-जातिमत् का भेदाभेद
(३) तार्किक मत का खंडन
६१३ गुणा
(१-४) रुप-रस-गंध-स्पर्श
(५-७) संख्या-परिणाम- पृथक्त्व (८) संयोग
(२३) प्राकट्यम् (२४) शक्ति
श्लोक नं.
तार्किक मत खंडन
Jain Education International
षड्दर्शन समुच्चय, भाग-२ (२३-६२३)
पृ. नं.
१२६५
१२६५
१२६५
६१४ (४) कर्म
१२६६ ६१५ प्राभाकर मत खंडन
१२६८
१२६८
१२६८
१२७०
संयोग की द्विविधता
१२७०
(९-१३) विभाग - परत्व- अपरत्व- गुरुत्व- द्रवत्व१२७०
(१४-१५) स्नेह और बुद्ध्यादि षट्क
(१६-१७) सुख-दुःख (१८-२१) इच्छा-द्वेष प्रयत्न - संस्कार (२२) ध्वनि
क्रम
विषय
प्राभाकरमत खंडन
- भावना स्वरुप विचार
-
(५) अभाव :
प्राभाकर-तार्किक मत की शंका
श्लोक नं.
- विशेष समवाय का खंडन
- भवनाथमत शून्यमत-विज्ञानवादि
सौत्रान्तिक- वैभाषिक मत खंडन
-
For Personal & Private Use Only
पू. नं..
१२७६
१२७९
१२७९
१२७९
१२८१
१२८२
१२८३
१२८७
१२८७
१२९४
• अद्वैतमत खंडन १२७१ | ६१६ गुरुसम्मतपदार्थाः
१२७२ ६१७ परिशिष्ट-७ साक्षीपाठः १२७३ | ६१८ परिशिष्ट-८
१२७३
१३२८
१३३९
पारिभाषिकशब्दानुक्रमणी (सार्थ) १२७३ ६१९ परिशिष्ट - ९ संकेत विवरणम् १२७३ | ६२० परिशिष्ट - १० उद्धृतवाक्यानुक्रमणिका १३४२ १२७४ | ६२० परिशिष्ट - ११ मूलश्लोकानुक्रम
१३४७
www.jainelibrary.org