________________
चिरस्मरणीय एवं श्रद्धेय
माता
एवं
पिता
श्राविका
स्वर्ण कवि
स्व, श्रीमति रमा देवी जैन, साहित्य रत्न
प्रिं,स्व, श्री बिहारी लाल जैन,एडवो,
1905 - 1992
1914 - 1997
| श्रीमति रमादेवी बिहारी लाल दिगम्बर जैन ट्रस्ट, ब्लूफील्ड; यू. एस, ए
के साभार सहयोग से प्रकाशित
उनकी ही स्मृति
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org