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प्रयुक्त ग्रन्थों एवं शोधपत्रिकाओं की सूची / ८२७ ११७. दक्षिण भारत में जैनधर्म : सिद्धान्ताचार्य पं० कैलाशचन्द्र शास्त्री। भारतीय ज्ञानपीठ,
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अंश-लेखक : मक्खनलाल शास्त्री, मुरैना। प्रकाशक : श्री दिगम्बर जैन समाज बम्बई। वीर नि० सं० २४७१ । द्वितीय एवं तृतीय अंश-सम्पादक : पं० रामप्रसाद शास्त्री बम्बई। प्रकाशक : दिगम्बर जैन पंचायत बम्बई। ई० सन् १९४४
एवं १९४६ । १२४. दिव्यावादान (रोमन लिपि में)-The Divyavadan, by E.B. Cowell and
R.A. Neil, Indological Book House, Delhi 1987
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मिथिला विद्यापीठ दरभंगा। ई० सन् १९९९।। १२६.दीघनिकायपालि : सम्पादन-अनुवाद : स्वामी द्वारिकादास शास्त्री। बौद्धभारती
वाराणसी। ई० सन् १९९६ । - भाग १. सीलक्खन्धवग्ग। - भाग २. महावग्ग।
- भाग ३. पाथिकवग्ग। १२७. द्रव्यस्वाभाव-प्रकाशक-नयचक्र : श्री माइल्ल धवल। भारतीय ज्ञानपीठ वाराणसी।
ई० सन् १९७१। १२८. धम्मपद : व्याख्याकार-कन्छेदीलाल गुप्त और सत्कारि शर्मा वङ्गीय। चौखम्बा
विद्याभवन, वाराणसी। ई० सन् १९६८ । १२९. धम्मपद-अट्ठकथा, भाग १,२ (सुत्तपिटक-खुद्दक निकाय) : विपश्यना विशोधन
विन्यास इगतपुरी। ई० सन् १९९८ ।
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