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प्रयुक्त ग्रन्थों एवं शोधपत्रिकाओं की सूची / ८२५ प्रकाशक : श्री दिगम्बर जैन युवकसंघ, ललितपुर । वीर नि० सं० २४५८ ।
९३. जैनाचार्य परम्परा महिमा ( ३४९ श्लोकात्मक ग्रन्थ, अप्रकाशित ) : रचयिता - श्रवण बेलगोल के ३१ वें भट्टारक श्री चारुकीर्ति । इस ग्रन्थ के नाम एवं संस्कृत पद्यों का उल्लेख श्वेताम्बराचार्य श्री हस्तीमल जी ने अपने ग्रन्थ 'जैनधर्म का मौलिक इतिहास', भाग ३ में पृष्ठ १५२ से १७७ तक किया है और लिखा है कि यह अप्रकाशित ग्रन्थ आचार्य श्री विनयचन्द्र ज्ञान भण्डार शोध प्रतिष्ठान, लालभवन, चौड़ा रास्ता, जयपुर - ३ में उपलब्ध है।
९४. जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश ( भाग १-४ ) : क्षुल्लक जिनेन्द्र वर्णी । भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, नयी दिल्ली । ई० सन् १९८५, १९८६, १९८७, १९८८ । ९५. ज्ञाताधर्मकथाङ्गसूत्र : ( ज्ञातृधर्मकथाङ्ग ) । आगम प्रकाशन समिति ब्यावर । ई० सन् १९८१ ।
प्रधान सम्पादक : युवाचार्य श्री मिश्रीलाल जी महाराज 'मधुकर' । अनुवादक - विवेचक सम्पादक : पं० शोभाचन्द्र भारिल्ल ।
९६. ज्ञानार्णव : आचार्य शुभचन्द्र । श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल, अगास । ई० सन् १९७५ ।
९७. डॉ० सागरमल जैन अभिनन्दन ग्रन्थ । पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी । ई० सन् १९९८ ।
९८. तत्त्वनिर्णयप्रासाद : श्वेताम्बराचार्य मुनि श्री विजयानन्द सूरीश्वर 'आत्माराम ' । प्रसिद्धकर्त्ता : अमरचंद पी० (पद्मा जी ) परमार, मुम्बई । ९९. तत्त्वार्थकर्तृ- तन्मतनिर्णय : सागरानन्दसूरीश्वर जी महाराज (श्वेताम्बर) । प्रकाशक : श्री ऋषभदेव केशरीमल श्वेताम्बर संस्था रतलाम | वि० सं० १९९३ ।
१००. तत्त्वार्थराजवार्तिक ( तत्त्वार्थवार्तिक, भाग १, २) : भट्ट अकलंक देव । भारतीय ज्ञानपीठ, नयी दिल्ली । ई० सन् १९९३ ।
सम्पादक : प्रो० महेन्द्र कुमार जैन, न्यायाचार्य ।
१०१. तत्त्वार्थवृत्ति: श्रुतसागर सूरि । भारतीय ज्ञानपीठ काशी । ई० सन् १९४९ ।
- प्रस्तावना : प्रो० महेन्द्रकुमार जैन न्यायाचार्य ।
१०२. तत्त्वार्थसार : अमृतचन्द्रसूरि । सम्पादक : पं० पन्नालाल साहित्याचार्य | श्री गणेशप्रसाद वर्णी ग्रन्थमाला, वाराणसी, । ई० सन् १९७० ।
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