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क्र० वि०सं० | तिथि/मिति
प्रतिमालेख/शिलालेख | प्राप्तिस्थान
। प्रतिष्ठापक आचार्य
या मुनि का नाम
। सन्दर्भ ग्रन्थ
७६
१६१. | १४९७ | ज्येष्ठ सुदि ३ | अमरचन्द्रसूरि
नाहटा, पूर्वोक्त, लेखांक ७९४.
संभवनाथ की धातु-प्रतिमा | भण्डारस्थ प्रतिमा, पर उत्कीर्ण लेख चिन्तामणि जी का
मन्दिर, बीकानेर
|१६२. | १४९८ | फाल्गुन वदि १०/ मुनीश्वरसूरि के
सोमवार | शिष्य रत्नप्रभसूरि
वासुपूज्य की धातु की | महावीर जिनालय, | प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख | चौथ का बरवाडा
| विनयसागर, पूर्वोक्त, भाग १, | लेखांक ३२५.
१६३. | १४९९ | श्रावण वदि २ | पद्माणंदसूरि
शनिवार
शांतिनाथ की पंचतीर्थी प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख
| पार्श्वनाथ जिनालय, | विनयसागर, पूर्वोक्त, भाग १, | बूंदी
| लेखांक ३२८.
|१६४. | १४९९ । माघ सुदि ६
| अमरप्रभसूरि के
पट्टधर सागरचन्द्रसूरि
| कुन्थुनाथ की धातु-प्रतिमा | मनमोहन पार्श्वनाथ | बुद्धिसागरसूरि, पूर्वोक्त, भाग १, | पर उत्कीर्ण लेख | देरासर, खजुरीपाड़ा, | लेखांक २४६.
१६५. |१४९९ | फाल्गुन वदि २ | रत्नप्रभसूरि
गुरुवार
संभवनाथ की धातु की | नया मन्दिर, जयपुर | विनयसागर, पूर्वोक्त, भाग १, प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख
लेखांक ३३२. तथा मुनि विद्याविजय, पूर्वोक्त, लेखांक १७६.
बृहद्गच्छ का इतिहास
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