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________________ क्र० २. or Personal & Private se Only ५. ६. www.jaiayli वि०सं० तिथि / मिति ११४३ ११४८ ११८७ ११८७ ११९१ १२०० १२०४ वैशाख सुदि ३ गुरुवार आषाढ़ सुदि ७ बुधवार फाल्गुन वदि ४ सोमवार फाल्गुन सुदि २ सोमवार ज्येष्ठ सुदि १ शुक्रवार फाल्गुन वदि ४ प्रतिष्ठापक आचार्य या मुनि का नाम अजितदेवसूरि के पट्टधर विजयसिंहसूर सर्वदेवसूर संविग्नविहारी वर्धमानसूरि के पट्टधर पद्मसूरि एवं भद्रेश्वरसूरि संविग्नविहारी वर्धमानसूरि के पट्टधर चक्रेश्वरसूरि विजयसिंहसूर नेमिचन्द्रसूरि संविग्नविहारी वर्धमानसूरि के शिष्य चक्रेश्वरसूरि प्रतिमालेख / शिलालेख जिनप्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख देवकुलिका का लेख आदिनाथ की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख नेमिनाथ की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख मुनिसुव्रत की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख शांतिनाथ की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्राप्तिस्थान आदिनाथ जिनालय, कोरटा शांतिनाथ जिनालय, कुम्भारिया विमलवसही, आबू "" "" नेमिनाथ जिनालय, आरासणा विमलवसही, आबू नेमिनाथ जिनालय, कुम्भरिया (आरासणा) सन्दर्भ ग्रन्थ मुनि विद्याविजय, संपा०प्राचीनलेखसंग्रह, लेखांक ३. मुनि विशालविजय, संपा०श्री आरासणातीर्थ, लेखांक २६-१४६. मुनि जिनविजय, संपा०प्राचीन जैनलेखसंग्रह, भाग २, लेखांक १८४. मुनि जयन्तविजय, संपा० - अर्बुद - प्राचीनजैनलेखसंदोह,लेखांक ११४. मुनि विशालविजय, पूर्वोक्त, परिशिष्ट, लेखांक १. मुनि जयन्तविजय, पूर्वोक्त, लेखांक ५३. मुनि विशालविजय, पूर्वोक्त, परिशिष्ट, लेखांक ३. ५४ बृहद्गच्छ का इतिहास
SR No.004033
Book TitleBruhad Gaccha ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherOmkarsuri Gyanmandir Surat
Publication Year2013
Total Pages298
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
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