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बृहद्गच्छ का इतिहास (१०६) पार्श्वनाथ-पंचतीर्थी :
सम्वत् १४२२ वैशाख वदि ११ उपकेशज्ञातीय -------- भा० कपूरदे पुत्र ४ जगासिंह ---------- श्रीपार्श्वपंचतीर्थी कारिता बृहद्गच्छे महिंदसूरिभिः ॥ (१०७) शांतिनाथ-पंचतीर्थी :
सं० १४२२ वैशाख सुदि ११ ऊकेशज्ञा०श्रे० गीगदेव आ० ऊमल पुत्र ३ रणसीहतेजाकेन पित्रोः श्रेयसे श्रीशांतिबिंबं का०प्र० श्रीबृहद्गच्छे श्रीमहेन्द्रसूरिभिः ॥ (१०८) पार्श्वनाथ-पंचतीर्थी :
॥ संवत् १४२३ वर्षे फागुण सुदि ९ सोमे श्री श्रीमालज्ञातीय पितामह आजा तत्भार्या लषमादेवि श्रेयसे सउंदारामा परिवारे श्रीपार्श्वनाथ: कारित: । प्रति० बृहद्गच्छीय पिप्पलाचार्य श्रीगुणसमुद्रसूरिभिः ॥ (१०९) देवकुलिका का लेख
सं० १४२४ वर्षे वैशाख वदि ३ गुरौ कलवावास्तव्योपकेशज्ञातीय सा० धवकर्मणेन या० कर्मादेवी खीमादेवी सहितेन खीमदेवीश्रेयसे श्रीजीउलीलीपार्श्वनाथदेवकुलिका कारापिता बृहद्गच्छेश श्रीदिन्नविजयसूरेरूपदेशेन । (११०) पार्श्वनाथ-पंचतीर्थी : ___ संवत् १४२४ वर्षे आषाढ़ सुदि ५ गुरौ ऊकेशवंशे श्रे० वीरा भार्या टउलसिरि पुत्र चांदण मांडणाभ्यां मातृ श्रेयोर्थं श्रीपद्मप्रभ बिंबं कारितं प्रतिष्ठितं बृहद्गच्छे श्रीमहेन्द्रसूरिभिः ॥ (१११) पद्मप्रभ-पंचतीर्थी :
सं० १४२४ आषाढ़ सुदि ६ गुरौ ऊकेश वंशे व्यव जगसीह भा० देवलदे पुत्रपाता भार्या वोभादेवि सकुटुंबेन निज मातृ पुण्यार्थं श्रीपद्मप्रभ बिंबं का०प्र० बृहद्गच्छे श्रीमहेन्द्रसूरिभिः ॥ १०६. प्राचीन जैन मन्दिर नासिक, जै० धा०प्र०ले०, लेखांक ३९. १०७. चन्द्रप्रभ स्वामी का मंदिर, बीकानेर, जै० ले० सं०, भाग ३, लेखांक २२७०. १०८. संभवनाथ मंदिर, कालूपुर, अहमदाबाद, J. I. I. A, No. 39. १०९. जीरावला तीर्थ देवकुलिका २२, श्री०प्र०ले०सं०, लेखांक २९२अ. ११०. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, बी०जै०ले०सं०, लेखांक ४६३. १११. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, बी०जै० ले०सं०, लेखांक ४६८.
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