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बृहद्गच्छ का इतिहास (८४) धातु-प्रतिमा
श्री प्रश्न वा० १३६९ ---------- तिहुअणपालः भार्या रूपल सहिता ----- पित्रोः श्रेयार्थं श्रीआणंदसूरि श्रीहेमप्रभसूरिभिः बृहद्गच्छेः ।। (८५) आदिनाथ-पंचतीर्थी :
सं० १३७१ श्री बृहद्गच्छे श्रे० अहडू भा० वसुमति पु० शरत्सिंघ सहितेन खेतसिंह भार्या लखमसिरि पुत्र राजड़युतेन मातुः श्रेयसे आदिनाथ का०प्र० श्रीअमरप्रभसूरिभिः ।। (८६) पार्श्वनाथ-पंचतीर्थी :
॥ सं० १३७३ फागुण सुदि प्राग्वाट रतन श्रेयोर्थं सुत वीरमेन श्रीपार्श्वबिंबं कारितं प्र० श्रीहेमप्रभसूरिशिष्यैः श्रीपद्मचन्द्रसूरिभिः ॥ (८७) आदिनाथ-पंचतीर्थी :
संवत् १३८३ वर्षे महा वदि १ शुक्रे श्रीबृहद्गच्छे प्राग्वाट ज्ञा० सा० आसदेव भार्या लुणी पुत्र चाहुड ठहरा घेतारणमल्ल वीकलश्रेयोर्थं श्रीआदिनाथबिंबं कारितं प्र० श्रीकनकसूरिभिः ॥ (८८) महावीर-पंचतीर्थी :
सम्वत् १३८५ फा०सु० ८ श्रे० वयजा भार्या वयजलदे पुत्र कडुआकेन पित्रोः श्रेयसे श्रीमहावीर बिं०का०प्र० बृहद्गच्छीय श्रीभद्रेश्वरसूरिपट्टे श्रीविजयसेनसूरिभिः ॥ माहरउलि गोष्ठिक ॥ (८९) आदिनाथ-पंचतीर्थी :
सं० १३८६ व० ज्येष्ठ वदि ४ सोमे श्रे० केल्हा भार्या नाल्हू पुत्र सहजाकेन पितामह कान श्रेयसे श्रीआदिनाथबिंब का०प्र० बृहद्गच्छे श्रीभद्रेश्वरसूरिपट्टे श्रीविजयसेणसूरिभिः । ८४. जैन श्वे. मंदिर, नागपुर, जै० धा०प्र०ले०, लेखांक २४.. ८५. गौड़ी पार्श्वनाथ मंदिर के अन्तर्गत आदिनाथ जी का मंदिर, बीकानेर, बी० जे०ले०सं०, लेखांक १९६०. . ८६. सीमंधरस्वामी का मंदिर, दोशीवाडा, अहमदावाद J. I. I. A, No. 13. ८७.. धर्मनाथ जी का मंदिर, डभोई, जै० धा०प्र०ले०सं०, भाग १, लेखांक ५१. ८८. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, बी०जै०ले० सं०, लेखांक ३०४. ८९. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, वही, लेखांक ३०५.
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